अध्यक्ष का संदेश
मुझे खुशी है कि ये लोग अब मेरी टीम का हिस्सा हैं और इस संस्था को मेरी तरह ही ये भी अपना मानते हैं। ये बहुत सक्रिय लोग हैं समाज के प्रति अत्यधिक समर्पण के साथ अपनी जिम्मेदारियां साझा करते हैं और उसकी भलाई के लिए काम करते हैं। इनके समर्थन के बिना, हम इतने लोगों के जीवन को बदलने में सक्षम नहीं हो पाते।
मुझे गर्व है कि आज मातृ शिक्षा एवं सामाजिक कल्याण फाउंडेशन न केवल वंचितों के लिए शिक्षा सुनिश्चित कर रहा है बल्कि कई युवा जीवन को भी सशक्त बना रहा है। हमारी संस्था महिलाओं को अपने परिवारों की मदद करने में सक्षम बना रहा है और यह सुनिश्चित कर रहा है कि प्रत्येक व्यक्ति के लिए उचित स्वच्छ सुविधाएं हों।
हम आज वंचितों को स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने, अपने बुजुर्गों और विकलांगों की देखभाल करने में सक्षम हैं। हमने आज तक बहुत कुछ हासिल किया है लेकिन हमारा मिशन तब तक पूरा नहीं होगा जब तक हम अपने चारों ओर हर चेहरे पर मुस्कान नहीं देखेंगे और यह सुनिश्चित नहीं करेंगे कि कोई भी जीवन की प्रतिकूलताओं से लड़ने का साहस नहीं खोए।

हमारे बारे में
हमारी ध्यान बुनियादी ढांचे को सुधारने/शिक्षण उपकरणों का आधुनिकीकरण, पीने का साफ पानी, हाथ धोने के स्टेशन, (यूनिसेफ के दिशानिर्देशों के अनुसार क्रमशः लड़कों और लड़कियों के लिए अलग-अलग शौचालय की व्यवस्था), पुस्तकालयों की स्थापना, कंप्यूटर लैब, गतिविधि आधारित शिक्षा, विज्ञान और गणित किट सीखने को आनंददायक बनाने के लिए जैसी चीजों पे हैं।

हमारी दृष्टि
एक सशक्त और गरीबी मुक्त ग्रामीण भारत जहां लोग अपने जीवन को बदलने में खुद सक्षम हों।
हमारा मिशन
हर पांच साल में दस लाख ग्रामीण जीवन में बदलाव लाना एक स्केलेबल, अनुकरणीय और समुदाय-केंद्रित सतत विकास मॉडल बनाकर समग्र विकास के माध्यम से स्वास्थ्य, शिक्षा, जल, स्वच्छता और आर्थिक विकास में सुधार लाकर!
हमारा दर्शन
मातृ शिक्षा और सामाजिक कल्याण फाउंडेशन में, हम मानते हैं कि ग्रामीण भारत की कॉर्पोरेट, युवा शहरी भारत, सरकार और अन्य फाउंडेशनों के साथ साझेदारी अच्छे के लिए स्थायी और अपरिवर्तनीय परिवर्तन की कुंजी है।
उद्देश्य
- बालिका शिक्षा और महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देना
- ऐसे शैक्षणिक संस्थान बनाना जो ग्रामीण बच्चों को विश्व स्तर की शिक्षा प्रदान कर सकें
- आने वाली पीढ़ी के बीच पर्यावरण जागरूकता बढ़ाना
- ग्रामीण आबादी में स्वास्थ्य देखभाल इकाइयों का निर्माण करना
- शिशुओं के सामान्य प्रसव के बारे में जागरूकता बढ़ाना
कानूनी स्थिति
मातृ शिक्षा और सामाजिक कल्याण फाउंडेशन एक पंजीकृत सोसाइटी (गैर-सरकारी) है जो सोसायटी पंजीकरण अधिनियम, 1973 के अधीन रजिस्टर्ड है। पंजीकरण संख्या 01/01/01/22979 है, पंजीकरण का शहर भोपाल और राज्य मध्य प्रदेश हैं, पंजीकरण की तिथि 04/03/2011 है। 12ए और 80जी, सीएसआर1, नीति आयोग और आईएसओ प्रमाणपत्र भी उपलब्ध हैं।
हमारी रणनीति
हमारी रणनीति है Engage, Empower, Execute और Exit: ग्रामीण समुदायों को कॉर्पोरेट, युवा शहरी भारत, गैर-लाभकारी संगठनों और सरकार के साथ जोड़ना। जीवन बदलने वाले कार्यक्रमों को क्रियान्वित करके समुदायों को सशक्त बनाना। और बाहर निकलना तभी जब ये सुनिश्चित हों जाए पूर्णतः कि समुदाय में स्थिरता आ चुकी है।
स्वास्थ्य शिविर
स्थानीय डॉक्टरों और पैरामेडिक्स की मदद से नियमित स्वास्थ्य शिविर लगाए जाते हैं। शिविरों से हजारों ग्रामीणों को लाभ मिला है।
प्रसूति क्लिनिक
प्रसूति क्लिनिक सामान्य प्रसव के लिए जागरूकता केंद्र के रूप में भी काम करता है। यह माताओं को सामान्य प्रसव कराने में मदद करता है।
भोजन वितरण
COVID-19 महामारी के दौरान, हमने 5000 से ज्यादा लोगों तक पहुंच पाए और पूरे 1 साल तक रोजाना 300 से ज्यादा लोगों को खाना मुहैया कराया।
हमारे कार्यक्रम
वृक्षारोपण अभियान
संगठन द्वारा आयोजित प्रत्येक उत्सव या कार्यक्रम की शुरुआत एक पेड़ लगाने से होती है।
बेटी बचाओ अभियान
बेटी के जन्म पर मां को 5100 रुपये सहायक राशि के रूप में दिए जाते हैं।
धार्मिक प्रस्तुति
हर साल श्री हरि कथा का आयोजन जो विभिन्न धर्मों के लोगों को जोड़ती है।
सामूहिक विवाह
वर्ष में एक बार लगभग 50 वंचित लड़कियों का विवाह कराया जाता है।
कपड़े वितरण
सर्दियों में गरीबों को कपड़े और कंबल वितरित किए जाते हैं।